क्राइम डेस्क, अमर उजाला, झारखंड
Updated Sat, 05 May 2018 02:56 PM IST
ख़बर सुनें
पीड़ित परिवार ने बताया कि इस मामले में पंचायत ने अजीबो-गरीब फरमान जारी किया। पंचायत ने पीड़ित परिवार को कहा कि मामले को रफा-दफा करने के लिए आरोपी से 100 उठक-बैठक करने का फैसला किया। साथ ही पीड़ित परिवार को 50 हजार रुपये बतौर मुआवजा दिलवाने का वायदा भी किया।
आरोपियों की दबंगई ने सारी हदें उस वक्त पार कर दी थी जब उन्होंने पीड़ित परिवार की भी पिटाई की जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। मामला झारखंड के चतरा जिले के ईटखोरी थाना क्षेत्र के राजा तेंदुआ गांव का है।
बता दें कि गांव के सम्मत रविदास की नाबालिग बेटी रानी अपने चाचा की शादी में शामिल हुई थी। इसी दौरान चार दरिंदे बच्ची को जबरन उठाकर ले गए जहां आरोपियों ने नाबालिग के साथ-बारी बारी से रेप किया। घटना के बाद पीड़िता ने परिजनों को आपबीती सुनाई। इसके बाद गांव में पंचायात बुलाई गई।
इंसाफ के नाम पर आरोपियों को सजा सुनाने के पंचायत के इस अजीबोगरीब फैसले ने पीड़ित पक्ष के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी। आरोपी पक्ष आगबबूला हो गए और गुस्से में पीड़िता के घर पहुंच गए। जहां उन्होंने बच्ची को जिंदा जला दिया। इस दौरान जब परिजनों ने बचाने की कोशिश की तो उनकी जमकर पिटाई की गई। जिससे उनको गंभीर चोटें आई हैं।
पीड़ित परिवार का कहना है कि गांव के धनू भुइयां ने अपने साथियों के साथ मिलकर बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद यह बात आग की तरह फैल गई जिसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गई।
[ad_2]
Source link
No comments:
Post a Comment