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लाल किला के बाद केंद्र सरकार अन्य ऐतिहासिक इमारतों को भी निजी कंपनियों के हाथ सौंपने की तैयारी कर रही है। पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
रखरखाव के लिए लाल किला एक कारपोरेट को देने के सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना हुई है। हालांकि सरकार इस आलोचना से जरा भी चिंतित नहीं है। कांग्रेस द्वारा इस पहल की आलोचना किए जाने पर अल्फोंस ने हमला बोला है।
रखरखाव के लिए लाल किला एक कारपोरेट को देने के सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना हुई है। हालांकि सरकार इस आलोचना से जरा भी चिंतित नहीं है। कांग्रेस द्वारा इस पहल की आलोचना किए जाने पर अल्फोंस ने हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी की याद्दाश्त खराब है। वे भूल गए हैं कि ऐतिहासिक हुमायूं के मकबरे की मरम्मत और संचालन के लिए उन्होंने भी उसे एक निजी कंपनी को सौंपा था। उन्होंने कहा कि लाल किला को लेकर उपजे विवाद से चिंतित नहीं हैं।
उन्होंने इस दावे को भी खारिज किया कि लाल किला, डालमिया भारत समूह के पास 25 करोड़ रुपये में गिरवी रख दिया गया है।
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