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ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 05 May 2018 02:14 AM IST
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र की समीक्षा किसी नई किताब की तरह की है। राहुल ने ट्वीट करके इसे पुस्तक समीक्षा की तर्ज पर रेटिंग में पांच में से एक स्टार दिया। साथ ही मतदाताओं को घोषणापत्र को लेकर सिफारिश की है इसे पढ़ने से बचें।
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनावी घोषणापत्र को एक कमजोर कहानी और बेकार परिकल्पना बताया है। राहुल ने ट्वीट में लिखा है कि भाजपा का घोषणापत्र नरेंद्र मोदी से प्रभावित है। इसमें मतदाताओं के लिए कुछ भी नया नहीं है। अगर आपने पहले कांग्रेस का घोषणापत्र पढ़ा हैं तो इसमें समय बर्बाद न करें।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर भाजपा के घोषणापत्र को जुमलाफेस्टो बताया है। उन्होंने कहा कि जनता झूठ के इस पुलिंदे पर विश्वास नहीं करने वाली है। कर्नाटक में भाजपा के घोषणापत्र में 2014 के मोदी के घोषणापत्र और येदि-रेड्डी के 2018 के घोषणापत्र का समावेश है।
बता दें कि भाजपा ने किसानों, युवाओं और महिलाओं को लुभाने वाला घोषणापत्र पेश किया है। भाजपा ने किसानों के एक लाख रुपये तक के कृषि कर्ज माफ करने की घोषणा के साथ ही युवाओं को लैपटॉप, गरीब महिलाओं को स्मार्टफोन देने का वादा किया है।
वहीं, किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा को कर्नाटक में भी दोहराया है। इससे पहले 27 अप्रैल को कांग्रेस भी अपना घोषणापत्र जारी कर चुकी है। राज्य में किसानों की आबादी करीब 23 फीसदी है।
सरकार बनने के बाद लाएंगे श्वेतपत्र
भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री प्रत्याशी बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार बनाने के बाद कांग्रेस के शासनकाल में राज्य की वित्तीय हालत पर श्वेतपत्र लाया जाएगा।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत सभी भाजपा नेताओं ने जयानगर से पार्टी विधायक बीएन विजयकुमार को श्रद्धांजलि भी दी।
भाजपा सांसद शोभा करंदलजे ने बताया कि तीन लाख आम लोगों और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर घोषणापत्र तैयार किया गया है। राज्य की 223 सीटों के लिए 12 मई को मतदान होगा। चुनाव परिणाम 15 मई को घोषित होंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र की समीक्षा किसी नई किताब की तरह की है। राहुल ने ट्वीट करके इसे पुस्तक समीक्षा की तर्ज पर रेटिंग में पांच में से एक स्टार दिया। साथ ही मतदाताओं को घोषणापत्र को लेकर सिफारिश की है इसे पढ़ने से बचें।
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनावी घोषणापत्र को एक कमजोर कहानी और बेकार परिकल्पना बताया है। राहुल ने ट्वीट में लिखा है कि भाजपा का घोषणापत्र नरेंद्र मोदी से प्रभावित है। इसमें मतदाताओं के लिए कुछ भी नया नहीं है। अगर आपने पहले कांग्रेस का घोषणापत्र पढ़ा हैं तो इसमें समय बर्बाद न करें।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर भाजपा के घोषणापत्र को जुमलाफेस्टो बताया है। उन्होंने कहा कि जनता झूठ के इस पुलिंदे पर विश्वास नहीं करने वाली है। कर्नाटक में भाजपा के घोषणापत्र में 2014 के मोदी के घोषणापत्र और येदि-रेड्डी के 2018 के घोषणापत्र का समावेश है।
घोषणापत्र में किसानों, युवाओं और महिलाओं को तरजीह
बता दें कि भाजपा ने किसानों, युवाओं और महिलाओं को लुभाने वाला घोषणापत्र पेश किया है। भाजपा ने किसानों के एक लाख रुपये तक के कृषि कर्ज माफ करने की घोषणा के साथ ही युवाओं को लैपटॉप, गरीब महिलाओं को स्मार्टफोन देने का वादा किया है।
वहीं, किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा को कर्नाटक में भी दोहराया है। इससे पहले 27 अप्रैल को कांग्रेस भी अपना घोषणापत्र जारी कर चुकी है। राज्य में किसानों की आबादी करीब 23 फीसदी है।
सरकार बनने के बाद लाएंगे श्वेतपत्र
भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री प्रत्याशी बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार बनाने के बाद कांग्रेस के शासनकाल में राज्य की वित्तीय हालत पर श्वेतपत्र लाया जाएगा।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत सभी भाजपा नेताओं ने जयानगर से पार्टी विधायक बीएन विजयकुमार को श्रद्धांजलि भी दी।
भाजपा सांसद शोभा करंदलजे ने बताया कि तीन लाख आम लोगों और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर घोषणापत्र तैयार किया गया है। राज्य की 223 सीटों के लिए 12 मई को मतदान होगा। चुनाव परिणाम 15 मई को घोषित होंगे।
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